आधुनिक भारत का इतिहास - लार्ड इरविन 1926-1931 (भाग-14)
लार्ड इरविन 1926-31
साइमन कमीशन का भारत आगमन 1928 :- साइमन कमीशन भारत में सर्वप्रथम 3 फरवरी 1928 को मुंबई पहुंचा था।
भारत शासन ठीक ढंग से चल रहा है या नहीं इसी की जांच करने साइमन इंग्लैंड से भारत आया।
- सुझाव :- लॉर्ड इरविन के सुझाव पर भारतीय को साइमन कमीशन से बाहर रखा गया।
- साइमन कमीशन में कुल 7 सदस्य थे।
- सभी सदस्य अंग्रेज थे।
- इसीलिए पूरे भारत में साइमन वापस जाओ का नारा लगा।
- पंजाब में लाला लाजपत राय जब साइमन कमीशन का विरोध कर रहे थे पंजाब का पुलिस कप्तान सांडर्स 30 अक्टूबर 1928 को लाला लाजपत राय पर पुलिस लाठी चार्ज करा दिया।
- घायल हुए कुछ दिन बाद इनकी मृत्यु हो गई।
- इसी का बदला लेने के लिए भगत सिंह,चंद्रशेखर आजाद,शिवराम,हरी राजगुरु,लाहौर में सांडर्स को घेरकर गोली मारकर 17 दिसंबर 1928 को हत्या कर दी।
- लाला लाजपत राय को शेरे पंजाब के नाम से भी जाना जाता था।
- इनको पंजाब केसरी की उपाधि मिली थी।
- लाला लाजपत राय की प्रसिद्ध पुस्तक-
- अनहैप्पी इंडिया
- यंग इंडिया
- 8 अप्रैल 1929 :- भगत सिंह अपने साथी बटुकेश्वर दत्त के साथ दिल्ली में केंद्रीय विधानसभा पर बम फेंके और यहीं पर भगत सिंह सर्वप्रथम इंकलाब जिंदाबाद का नारा दिया।
- किंतु इस नारा की रचना मोहम्मद इकबाद के थे।
- 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के पार्क में चंद्रशेखर आजाद पुलिस मुठभेड़ में शहीद हो गए।
- 23 मार्च 1931 को लाहौर कांड से जोड़कर 3 भारतीयों क्रांतिकारियों को फांसी दे दी गई थी।
- भगत सिंह
- सुखदेव
- राजगुरु
- शहीद भगत सिंह स्मारक पंजाब के फिरोजपुर जिले में है।
जतिन दास
जेल में बंद लोगों को राजनीतिक दर्जा दिलाने के लिए जतिन दास भूख हड़ताल पर बैठा किंतु 13 दिसंबर 1929,64 वें दिन जतिन दास की मृत्यु हो गई।
चटगांव शस्त्रागार कांड 18 अप्रैल 1930
- बंगाल के शूरसेन को मास्टरदा के नाम से भी जाना जाता था, 1923 में शूरसेन इंडियन पब्लिक आर्मी की स्थापना किया।
- I.R.A से दो महिलाएं जुड़ी थी-
- कल्पना दत्त
- प्रीति लता
- सूर्य सेन इंडियन पब्लिक आर्मी के सदस्यों को लेकर चटगांव शस्त्रागार पर कब्जा कर लिया इंकलाब जिंदाबाद, वंदे मातरम नारा के साथ राष्ट्रीय ध्वज पहरा दिया।
- किंतु 16 फरवरी 1933 को अंग्रेज सूर्य सेन को बंदी बना लिए।
- 12 जनवरी 1934 को सूर्य सेन को फांसी दे दी गई।
बारदोली सत्याग्रह 1928
- गुजरात के बारदोली जिले के किसान कर बढ़ाने के विरोध में आंदोलन आरंभ कर दिए
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