आधुनिक भारत का इतिहास- आर्य समाज #3
आर्य समाज
मुख्यालय - लाहौर
स्थापना - लाला हंसराज दयानंद एंग्लो वैदिक - 1886
उद्देश - वैदिक धर्म हिंदू धर्म को पुनः स्थापित करना
- मुंबई में स्वामी दयानंद सरस्वती आर्य समाज की स्थापना 1875 में की।
- दयानंद का नारा - वेदों की ओर लौटो
शुद्धि आंदोलन
उद्देश - जो लोग किसी कारणवश इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिए वह पुनः अपने वैदिक धर्म को स्वीकार कर सकते हैं।
- 1824 - गुजरात के मोरबी > दयानंद का जन्म > उनके बचपन का नाम मूल शंकर था > उनके गुरु विरजानंद और दयानंद की मृत्यु > अजमेर राजस्थान 1883 उनकी प्रसिद्ध पुस्तक > सत्यार्थ प्रकाश
- भारत का मार्टिन लूथर > दयानंद
- दयानंद ने कहा था स्वदेशी वस्तुओं को अपनाओ विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करो
- दयानंद ने सर्वप्रथम स्वराज का प्रयोग किया
- हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में स्वीकार किया
- दयानंद ने कहा था भारत भारतीयों के लिए है
- 1889 - यही डीएवी कॉलेज के रूप में परिवर्तित हो गया
- वैलेंटाइन शिरोल इनकी पुस्तक इंडियन अनरेस्ट
- भारतीय अशांति का जनक तिलक तथा आर्य समाज को बताया गया।
- 1902 हरिद्वार स्वामी श्रद्धानंद गुरुकुल कांगड़ी की स्थापना की।
- गुरुकुल कांगड़ी का उद्देश्य वैदिक शिक्षा प्रदान कराना।
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