आधुनिक भारत का इतिहास -गांधी काल 1919-1947 भाग-11
गांधी काल - 919 से 1947
- 1893 महात्मा गांधी 24 वर्ष की अवस्था में गुजराती व्यापारी दादा अब्दुल्ला के मुकदमे की पैरवी करने दक्षिण अफ्रीका के डरबन गये।
- महात्मा गांधी डरबन से प्रीटोरिया के लिए प्रथम श्रेणी के डिब्बे में रेल यात्रा कर रहे थे किंतु मेरित्सबर्ग में एक गोरा गांधी के डिब्बे में चढ़ा स्थानीय पुलिस के सहयोग से गांधी को धक्का मारकर नीचे कर दिया।
- गांधी गोरा एवं काला नीति के विरोध में 1894 में नटाल इंडियन कांग्रेस की स्थापना की।
- 1930 में महात्मा गांधी इंडियन ओपिनियन नामक पत्र का प्रकाशन किए यह पत्र चार भाषाओं में प्रकाशित होता था।
- हिंदी
- अंग्रेजी
- गुजराती
- तमिल
- 1904 में फिनिक्स आश्रम की स्थापना किए थे अफ्रीका में गांधीजी।
- 1996 महात्मा गांधी सर्वप्रथम अफ्रीका में ही सत्याग्रह को प्रारंभ किए थे।
- गांधी के आंदोलनों के कारण 1914 में अफ्रीकी सरकार सभी काले कानूनों को समाप्त कर दी।
- 9 जनवरी 1915 को गांधी भारत लौटे।
- इनकी पहली मुलाकात गोपाल कृष्ण गोखले से हुई।
- महात्मा गांधी गोखले को अपना राजनीतिक गुरु मान लिए।
- 1915 में ब्रिटिश सरकार महात्मा गांधी को कैसर ए हिंद की उपाधि प्रदान की।
- 1916 में अहमदाबाद के निकट महात्मा गांधी साबरमती आश्रम अथवा सत्याग्रह आश्रम की स्थापना किए थे।
- गांधी का भारत में पहला आंदोलन चंपारण आंदोलन था।
चंपारण सत्याग्रह 1917
- किसानों तथा अंग्रेजों के बीच विवाद था बिहार के चंपारण जिले के किसानों को अंग्रेज अपनी जमीन के 3 बटा 20 भाग पर नील की खेती करने को बाध्य किए।
- चंपारण के किसान राजकुमार शुक्ल की मुलाकात गांधी से लखनऊ में हुई।
- राजकुमार महात्मा गांधी से चंपारण पहुंचने का आग्रह किया।
- महात्मा गांधी चंपारण पहुंचकर सत्याग्रह आरंभ करने की धमकी दिए।
- अंत में अंग्रेज अपने तिनकटिया प्रणाली को वापस ले लिए।
- इसी समय रविंद्र नाथ टैगोर गांधी को महात्मा कहे थे।
- 1944 में सुभाष चंद्र बोस महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कह कर संबोधित किए।
- एन.जी रंगा महात्मा गांधी के चंपारण आंदोलन का विरोध किए।
- चंपारण आंदोलन में महात्मा गांधी के साथ निम्न लोग थे।
- राजेंद्र प्रसाद
- महादेव देसाई
- अनुग्रह नारायण सिन्हा
- जेपी कृपलानी
अहमदाबाद मजदूर आंदोलन 1918
- कारखाना मालिक तथा मजदूरों के बीच विवाद था कारखाना मालिक मजदूरों को 35 परसेंट प्लेग बोनस देने से मना कर दिए।
- महात्मा गांधी इसी आंदोलन में भारत में सर्वप्रथम भूख हड़ताल पर बैठ गए।
- अंत में कारखाना मालिक मजदूरों को बोनस देने के लिए तैयार हो गए।
- कारखाना मालिक अंबालाल साराभाई की बहन अनुसूईया बेग इस आंदोलन में महात्मा गांधी के साथ थी।
खेड़ा सत्याग्रह 1918
- किसानों तथा अंग्रेजों के बीच विवाद था गुजरात के खेड़ा जिले के किसानों की फसल खराब हो गई थी किंतु अंग्रेज कर में छूट देने को तैयार नहीं थे किसान ने नारा दिया 'कर नहीं आंदोलन चलाओ'।
- महात्मा गांधी आंदोलन का नेतृत्व किये, किंतु अंत में अंग्रेज आदेश दिए कि उन्हीं लोगों से कर लिया जाए जो वास्तव में भुगतान कर सकते हैं।
- गांधी अपने आंदोलन को वापस ले लिए इस आंदोलन में गांधी के साथ वल्लभभाई पटेल तथा इंदूलाल थे।
रौलेट एक्ट 1919
- इस एक्ट को काला कानून के नाम से भी जाना जाता था।
- इसी एक्ट को बिना अपील ,बिना दलील, बिना वकील वाला कहा गया।
- रौलेट एक्ट के विरोध में महात्मा गांधी 6 अप्रैल 1919 को देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की।
- 9 अप्रैल 1919 को डॉ सत्यपाल तथा डॉ सैफुद्दीन किचलू को बंदी बनाकर अनिश्चितकाल तक के लिए जेल भेज दिया गया।
जलियांवाला बाग हत्याकांड
13 अप्रैल 1919 पढ़ने के लिए
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